अनुभूति
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Sunday, 19 August 2018
बे-उसूल राजनीति के .....
बे-उसूल राजनीति के
पनपते कंटीले दरख़्त
और..
असमय पत्तों की
सरसराहट का थमना !
फिर...
उसूलों के बरगद का
इस जंगल में
चुपचाप यूँ गिर जाना .... !!
राजनीति के शिखर पुरुष ...अलविदा !!
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