आज तस्वीर संग्रह में ये तस्वीर दिखी ! भावों को शब्द रूप में गूंथने का एक प्रयास " अथक पथिक "...
अथक पथिक
कठिन राह पर
श्रांत क्लांत चित्त
मजबूर करता है
वहीं रुक जाने को
वहाँ से वापस
लौट जाने को !!
मगर___
पेड़ पौधे लताएं
झुरमुट, पंछी__
सारा हरियल वन
नजदीक चला आता है
दुलारता है,
पथ करीब आकर
मंद मंद बतियाता है
लक्ष्य साधित
पथिकों के
किस्से सुनाता है ___
हौसला बढ़ाता है
उत्साहित हो
उमंगित पथिक
लक्ष्य की तरफ
पुनः बढ़ जाता है !
शायद पथ पर
ठहर गया पथिक
नहीं कहाना है उसे___
पहुंच गया
जो लक्ष्य पर
लक्ष्य साधित__
अथक पथिक
कहलाना है उसे !!
श्रांत क्लांत चित्त
मजबूर करता है
वहीं रुक जाने को
वहाँ से वापस
लौट जाने को !!
मगर___
पेड़ पौधे लताएं
झुरमुट, पंछी__
सारा हरियल वन
नजदीक चला आता है
दुलारता है,
पथ करीब आकर
मंद मंद बतियाता है
लक्ष्य साधित
पथिकों के
किस्से सुनाता है ___
हौसला बढ़ाता है
उत्साहित हो
उमंगित पथिक
लक्ष्य की तरफ
पुनः बढ़ जाता है !
शायद पथ पर
ठहर गया पथिक
नहीं कहाना है उसे___
पहुंच गया
जो लक्ष्य पर
लक्ष्य साधित__
अथक पथिक
कहलाना है उसे !!
... विजय जयाड़ा 06.12.15
No comments:
Post a Comment