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Wednesday, 30 September 2015

पहाड़ का " हरा सोना " ; “ बांज ”




पहाड़ का " हरा सोना " ; “ बांज ”


हरयुं भरयुं मुल्क मेरु
    रौंत्याळु__
  कुमाऊँ-गढ़वाळ...
बानि-बानि का
 डाळा बुटळा,
  डांडी-कांठी...
  उंधारि उकाळ..
   “हरयुं सोनु”__
बांट्दा दिखेदंन
  झुमरयाला...
   बांज का बजांण....
    हरयुं भरयुं__
मुल्क मेरु
   रौंत्याळु__
       कुमाऊँ-गढ़वाल....... 
 
....विजय जयाड़ा 07.04.15
 
 

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