ad.

Saturday, 12 September 2015

मंजिल करीब आती हैं ...


मंजिल करीब आती हैं
कठिन राहों पर चलने के बाद
हासिल होता है कोई मुकाम
इम्तिहानों से गुज़र जाने के बाद..
 
... विजय जयाड़ा
 
 

No comments:

Post a Comment