ad.

Wednesday, 30 March 2016

अमर गणतंत्र



 

अमर गणतंत्र

गणतंत्र सबको
बहुत हो मुबारक,
मगर ....
थाती लहू से सींची
उनको हम न भूलें ...
हिंदी हैं हम वतन हैं
तराना मिल के गायें,
धर्म जाति भाषा से
ऊपर वतन है
कभी हम न भूलें
जहाँ में हर दिशा में
लहरायें तिरंगा
मगर हरेक दिल में
लहराना, तिरंगा
कभी हम न भूलें
जयचंद, मीर जाफर
नहीं अब जहाँ में
छिपे गद्दारों को
पहचानना न भूलें
मतभेद बेशक
मनभेद रहे ना
शहीदों की कुर्बानी
कभी हम न भूलें
नमन शहीदों को
अमर गणतंत्र हमारा
हर दिल झूम गाये
जहाँ में सबसे प्यारा
" हिन्दोस्तां हमारा " 

विजय जयाड़ा 26.01.15

No comments:

Post a Comment