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Monday 29 August 2016

फेरी वाला



इण्डिया गेट पर एक स्वाभिमानी के उद्गार ___

--फेरी वाला--

लाचार नहीं !
स्वाभिमानी हूँ
मौसम से बेपरवाह
चिलचिलाती धूप में
अपनी गृहस्थी का बोझ
अपने कन्धों पर उठाता हूँ 
मुझे देखकर
हमदर्दी न जताना 
  मेरे दोनों हाथ__
बेशक नहीं !
दूसरों की तरह
मैं भी फेरी लगाता हूँ
स्वाभिमान से जीता हूँ
अपनी गृहस्थी का बोझ
खुद उठाता हूँ
 मनचाहा दिखे !
मेरे थैले से निकाल लेना
यकीन करना !
निराश नहीं करूँगा
वाजिब दाम लगाऊँगा
उचित लगे ! खरीद लेना
थैले में पैसे डाल देना
   मगर___
बेबस न समझना
मुझे देखकर
   हमदर्दी न जताना !!
स्वाभिमानी हूँ
अपनी गृहस्थी का बोझ
अपने कन्धों पर उठाता हूँ
मुझे किसी से शिकायत नहीं
फेरी लगाना
मेरी मजबूरी भी नहीं !
 पेशा है मेरा !
इंडिया गेट पर फेरी लगाता हूँ
       फेरीवाला कहलाता हूँ  ....
... विजय जयाड़ा

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