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Friday, 29 January 2016

तूफानी काका




तूफानी काका

मस्ती में थे हाथी काका
झूम रहे थे हाथी काका
सूंड उठाते कभी गिराते
   पत्तियां खा रहे थे काका ..

तभी पेड़ ने काका को टोका
पत्तियाँ खाते उनको रोका
गुस्से में हुए 'तूफानी' काका
  लपेट सूंड में पेड़ को फेंका..


तुम काका से पंगा ना लेना
हरी पत्तियां जी भर खिलाना
गन्ना शौक से खाते काका
  रोज नहीं तो कभी खिलाना...
.... विजय जयाड़ा

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