अनुभूति
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Saturday, 22 August 2015
हरियाली
...\\ हरियाली //...
हरियाली में छिपा है
खुशहाली का राज,
तभी तो मन को लुभाती है
दूर हो बेशक बहुत
अपने पास बुला लेती है.
बेशक ! जमाना आगे बढ़ा
मगर !!
बिन हरियाली सब सून है
मंगल और चन्द्रमा पर
पहुँच मानव ___
खोजता हवा और पानी है !!
.. विजय जयाड़ा
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